साइबर क्राइम टीम और इंदिरापुरम पुलिस ने पकड़ा गैंग
बीमा पॉलिसी कराने वाले हो जाये सावधानकोरियर के नाम पर देते थे धोखास्टंम्प के नाम पर डराकर करते थे साइबर ठगी
गाजियाबाद। साइबर क्राइम टीम और इंदिरापुरम पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। दोनों ही पुलिस टीम ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है। जो बीमा पॉलिसी के नाम पर लोगों के कोरियर पर स्टंम्प ना लगने की वजह से लोगों के साथ साइबर क्राइम का धंधा कर अपने कारोबार को बड़े पैमाने पर फल फूल रहा था। इस गैंग के द्वारा एक डॉक्टर से एक करोड रुपए से अधिक की ठगी का मामला भी सामने आया था। जिसमें पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर बदमाशों की तलाश कर रही थी। पूरे मामले का खुलासा करते हुए एडीसीपी क्राइम ने तीन बदमाशों को पकड़ने का कार्य करने वाली पुलिस की प्रशंसा की है। एडीसीपी क्राइम सचिनानंद राय ने जानकारी देते हो बताया कि विगत समय में इंदिरापुरम थाने में एक डॉक्टर के द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया था कि उसके साथ एक करोड रुपए से अधिक की साइबर ठगी हुई है। पीड़ित की शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों के नंबरों को सर्विलांस पर लगाकर उन्हें ट्रेस किया जा रहा था। इसी बीच एक शख्स को हिरासत में लिया गया। जब उससे पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम गौरव दुआ बताया। पूछताछ में गौरव दुआ ने बताया कि वह एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करता था। उसकी मुलाकात धर्मेंद्र चौहान उर्फ सोनू चौहान से हुई । जिसने उसे लालच देकर अकाउंट में 25%, का हिस्सा देने का वादा किया और इस दौरान गौरव दुआ द्वारा विजय कश्यप और दिनेश कुमार को अपने साथ मिला लिया गया और गौरव दुआ विजय कश्यप और दिनेश को 15% अकाउंट देने पर हिस्सा देता था। इनका कार्य करने का तरीका बड़ा ही अजीबोगरीब था। जो पहले कॉल सेंटर पर कॉलिंग कर ग्राहकों को बीमा पॉलिसी कराने का लालच दिया करते थे और बीमा पॉलिसी हो जाने पर अधिक से अधिक पैसे देने का लालच भी देने का कार्य कर रहे थे। इसी बीच यह लोग कोरियर के नाम पर उसमें स्टंम्प नहीं लगी और वह वापस चला जाएगा कहकर उनके द्वारा डॉक्टर से अस्सी हजार रुपए लिए गए। उसके बाद एक साल से डॉक्टर से एक करोड़ से अधिक रुपए वसूल चुके थे। इनके द्वारा उत्तर प्रदेश सहित उत्तराखंड में भी कई घटनाओं को अंजाम दिया गया है। दिनेश कुमार और विजय कश्यप दोनों फर्जी अकाउंट खुलवाकर गौरव दुआ को दिया करते थे और गौरव दुआ वह अकाउंट धर्मेंद्र उर्फ सोनू चौहान को देता था। इस गैंग में लगभग एक दर्जन लोग कार्य करते हैं। साइबर क्राइम टीम और इंदिरापुरम पुलिस ने इस मामले में गौरव दुआ, विजय कश्यप और दिनेश कुमार को गिरफ्तार कर साइबर क्राइम घटना का खुलासा कर दिया। इनका एक साथी सोनू चौहान उत्तराखंड में हुई एक घटना के मामले में मेरठ की जेल में बंद है। इनके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पकड़े गए शातिर बदमाशों के कब्जे से 27 एटीएम कार्ड, एक लैपटॉप, 6 मोबाइल, दो चेक बुक, दो लाख की नगदी और एक क्रेटा गाड़ी, एक टैगोर गाड़ी, एक i10 गाड़ी भी बरामद की गई है। साइबर क्राइम टीम और इंदिरापुरम पुलिस द्वारा घटना का खुलासा करने पर एक अच्छा कार्य किया गया है।