लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में दिखी फिर रार
संगठन और जनप्रतिनिधियों की लड़ाई में टूटा मकान
मनस्वी वाणी, संवाददाता
गाजियाबाद। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में एक बार फिर रार दिखाई दी, जहां संगठन भाजपा कार्यकर्ता का मकान बचाने और उसे समय देने की वकालत कर रहा था वहीं भाजपा की पार्षद अन्य पार्षदों के साथ अवैध निर्माण को गिराने में जुटी रही। उन्होंने इसकों लेकर नगरायुक्त के कार्यालय का घेराव करने के साथ-साथ मेयर के सामने पूरी बात बयां की, जिसके बाद मेयर ने इस निर्माण को तोड़ने का फैसला लिया और खुद भी मौके पर मौजूद होेकर कार्रवाई कराई। अब इस बात को लेकर चर्चाओं का दौर फिर से शुरू हो चुका है कि भाजपा संगठन और जनप्रतिनिधियों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है क्योंकि जो काम अधिकारी करते है वह काम भाजपा के जनप्रतिनिधि करने पर अड़े हुए है। वहीं इस प्रकरण पर पार्षद अजय शर्मा ने कहा कि हमेें इस बात का ज्ञान नही था कि उस मकान में परिवार रह रहा है। इंसानियत के हिसाब से यह बहुत गलत हुआ है। जनप्रतिनिधियों का काम किसी को उजाड़ने का नहीं बल्कि बसाने का होता है हाँ हमें अवैध अतिक्रमण का भी ध्यान रखना है जिस पर कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं उन्होेंनों कहा अब हमारी मेयर ने अभियान चलाया हुआ है तो पंचवटी सहित नंदग्राम में भी अवैध निर्माण को ध्वस्थ किया जाए और यह अभियान अब रूकना नहीं चाहिए।
जानकारी के अनुसार वार्ड-9 की पार्षद शीतल चौधरी ने 10 अक्टूबर, 2023 को नगर निगम में शिकायत की थी कि उनके वार्ड में सोम बाजार रोड पर मकान बनाकर अवैध कब्जा कर रखा है। निर्माण नाले के ऊपर बना है, जिससे नाला निर्माण व सफाई का कार्य नहीं हो पाता है। इसलिए इस मकान का ध्वस्तीकरण कराया जाना आवश्यक है। शिकायत का संज्ञान लेते हुए सहायक नगरायुक्त व प्रभारी संपति द्वारा मौके पर निरीक्षण कराया गया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि शिब्बनपुरा सोम बाजार रोड पर एक मकान बना हुआ है। जो जॉन नामक व्यक्ति द्वारा करीब 15 वर्ष पहले सड़क की भूमि पर बना रखा था। हालांकि भूमि को बैनामा द्वारा खरीदा हुआ बताया गया। सड़क की भूमि पर पक्का निर्माण किया गया है। जिसे वर्तमान व्यवस्था के अंतर्गत निर्माण अनुभाग द्वारा हटाया जाना अपेक्षित हैं।
मुझे और मेरे परिवार को जान का खतरा: शीतल चौधरी
पार्षद शीतल चौधरी ने कहा कि यह निर्माण पूरी तरह से अवैध था, जिससे स्थानीय लोगों में भी खुशी है। इसमें भाजपा महानगर उपाध्क्ष संजयकांत अपने अवैध कार्य कर रहा था, निर्माण टूटने के दौरान उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी भी दी, मुझे और मेरे परिवार को संजय कांत से खतरा है। पुलिस प्रशासन मुझे सुरक्षा मुहैय्या कराएं। उन्होंने बताया कि इस धमकी के दौरान कई लोेग मौके पर मौजूद थे।
संजयकांत ने आरोपों का बताया निराधार
भाजपा महानगर उपाध्यक्ष संजय कांत से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह सरासर गलत आरोप है, वह परिवार भी भाजपाई हैं जिन्होंने मुझे आकर इस प्रकरण से अवगत कराया था, हम समय मांगने के लिए गए थे लेकिन नगर निगम के द्वारा तुरंत मकान को तोड़ दिया है। में किसी भी प्रकार के अवैध कार्य नहीं करता हूँ, मेरी राजनीतिक छवि बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। जब चुनाव आते है या संगठन में जिम्मेदारी मिलने का नंबर आता है तो ऐसे आरोप लगाएं जाते है।
मकान की है रजिस्ट्री तो पुर्नावास की हो व्यवस्था: संजीव शर्मा
भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने बताया कि अगर इस मकान की रजिस्ट्री है तो उसके पुर्नावास की व्यवस्था की जाएं। मेरे पास संजय कांत का फोन आया था कि परिवार भाजपाई है पिछल्ले करीब 35 साल से रह रहा है, इसलिए मेने अधिकारियों से कहा था कि उन्हें वहा से निकलने का कुछ समय दे दिया जाएं।
- अवैध निर्माण की क्यों हो रही पैरोकारी, मेयर की कार्रवाई की हो रही सराहना
- सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस तरह से मकान तोड़ने की कार्रवाई हुई है उससे साफ लग रहा है कि वह अवैध है। जिसे स्थानीय लोगों ने भी स्वीकार किया है। मेयर की इस कार्रवाई की सराहना हो रही है कि उन्होंने अवैध निर्माण पर सख्त रूप अपना लिया है। लेकिन अब समझ से पैरे यह है कि जब मकान अवैध था तो फिर भाजपा नेता उसकी पैरोकारी क्यो कर रहे थे।