आधी रात,,सर्दी का सितम और एक लिफ्ट में फंस गए एक साथ 10 लोग। जिनमें कई महिलाएं भी थी शामिल। जब कोई रास्ता नहीं निकला तो फिर फायर कंट्रोल रूम और पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने कई घंटे की मशक्कत के बाद सुबह 6:30 बजे 10 लोगों को लिफ्ट काटकर एक-एक करके सावधानी से सीढ़ी के सहारे रेस्क्यू करके उनकी जान बचाई। क्योंकि सभी लोग आधी रात से एक ही लिफ्ट में फंसे हुए थे।
लिफ्ट जिस जगह पर फांसी हुई थी, वहां दीवार था। दीवार की चौड़ाई भी 18 से 20 इंच मोटी थी। उसे तोड़कर फिर लिफ्ट को काटने में समय लग सकता था। बिना काटे लिफ्ट को, लोगों के निकालने की कोई संभावना नहीं थी। यह घटना सेंट्रल दिल्ली के राजेंद्र प्लेस इलाके में देर रात सामने आया। लेकिन राहत की बात यह रही की सभी लोगों को लगभग 4 घंटे की मशक्कत के बाद फायरकर्मियों ने सकुशल रेस्क्यू कर लिया। हालांकि इस दौरान लोग बदहवास भी हो गए थे और अलग-अलग तरह की परेशानियों से जूझ रहे थे। लेकिन मौके पर फायरकर्मियों ने उनका हौसला बनाए रखा और लिफ्ट के ऊपरी हिस्से को सावधानी से काट करके फिर लोगों को रेस्क्यू किया।
फायर कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार देर रात पौने तीन बजे के आसपास राजेंद्र प्लेस से कॉल मिली थी कि कुछ लोग लिफ्ट में फंस गए हैं। मौके पर कनॉट प्लेस और प्रसाद नगर फायर स्टेशन से गाड़ियां भेजी गई। स्टेशन ऑफीसर नवीन लोचव, फायर ऑपरेटर अमित राणा की टीम जब अंदर पहुंची तो देखा की लिफ्ट दीवार के बीच में फंस गई है। उसके बाद ऊपर से लिफ्ट के गेट को खोला गया और फिर फायरकर्मी नीचे उतरकर लिफ्ट के ऊपरी हिस्से पर पहुंच गए। उसके ऊपरी छत को काटने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं था।
फिर मौके पर असिस्टेंट डिवीजन ऑफिसर राजेश शुक्ला को कटर लेकर बुलवाया गया और फिर लिफ्ट के ऊपरी हिस्से को काटा गया। मौके से मिली जानकारी के अनुसार लिफ्ट में ज्यादा लोग सवार हो जाने के कारण लिफ्ट ओवरलोड हो गया और उसकी वजह से वह फंस गया था। जो लोग लिफ्ट में थे, वह दिल्ली और हरियाणा के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले थे। यहां पर राजेंद्र प्लेस में एक रेस्टुरेंट बार में पार्टी करने आए थे