किसी के दिल की मायूसी जहां से होकर गुजरी है,हमारी सारी चालाकी
-कवि कृष्ण मित्र की प्रथम पुण्य तिथि पर दी गई श्रदांजलि
-रचनाओं के माध्यम से कवियों ने बांधा समा
मनस्वी वाणी संवाददाता
गजियाबाद। देश की राजधानी दिल्ली सीमा से लगे गाजियाबाद को कवितओं एवं साहित्य के माध्यम से अलग पहचान स्थापित करने वाले कवि कृष्ण मित्र की प्रथम पुण्य तिथि के मौके पर आयोजित कवि सम्मेलन के दौरान कवियों ने रचनाओं के माध्यम से श्राताओं को तालियों की गडगडाहट करने पर विवश कर दिया। कवि कुमार विश्वास की कविता किसी के दिल की मायूसी जहां से होकर गुजरी है,हमारी सारी चालाकी वहीं पर खो के गुजरी तथा मै अपने गीत-गजलों से उसे पैगाम करता हू,उसी की दी हुई दौलत उसी के नाम करता हूू। हवा का काम है चलना,दिए का काम है,जलना। वो अपना काम करती है,मै अपना काम करता हूॅ। रचनाओं के माध्यम से आयोजन स्थल पर उपस्थित श्रोताओं को तालियों की गडगडाहट करने पर विवश कर दिया। नेहरुनगर-तृतीय स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित कवि सम्मेलन में कवियों ने जहां कविताओं के माध्यम से स्वर्गीय राष्ट्रकवि की स्मृति को प्रमाण करते हुए अपनी कविताओं के माध्यय से अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये, वहीं हजारों गणमान्यों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।इस बीच वीडियो के माध्यम से पद्मश्री कवि सुरेंद्र शर्मा, कवि विष्णु सक्सेना व अन्य ने कृष्णमित्र को अपनी श्रद्धाजलि दी। पुण्य तिथि पर उनके बेटे-पूर्व पार्षद हिमांशु ने अपने पिता की काव्य यात्रा की स्मृति को नमन करने व उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए शुक्रवार को कविवर कृष्ण मित्र चैरिटेबल ट्रस्ट एवं ललित फाउंडेशन के तत्वावधान में शानदार कवि सम्मेलन का आयोजन कराया, जिसमें कवि डॉ. कुमार विश्वास के साथ कुशल कुशवाहा, मनु वैशाली, श्रेश गौतम, मुकेश शर्मा आदि कवियों ने अपनी कविताएं सुनाकर राष्ट्रकवि कृष्ण मित्र को नमन किया।
विश्वास व लव परिवार के सदस्य व अन्य अधितियों ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जलित करके की। कवियत्री मनु वैशाली ने मां सरस्वती की वंदना पढ़ी। गौरतलब है कि गाजियाबाद निवासी देश दुनिया में ओज के वरिष्ठम व महाकवि कृष्ण मित्र 24 नबंवर 2022 को अदविदा कहते हुए हमेशा के लिए विदा हो गये थे। शुक्रवार को उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर उनके पुत्र हिमांशु लव ने उनकी याद में अखिल भारतीय कविसम्मेलन का आयोजन करवाया। पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री बलदेव राज शर्मा ने कृष्ण मित्र से संबंधित संस्मरण सुनाये। उन्होंने बताया कि एक कवि सम्मेलन में अटल बिहारी वाजपेयी
मुख्य अतिथि थे, तब अटल जी ने कहा कि पहले विशेष आग्रह करके पहले कृष्णमित्र से उनकी कवितासुनी और बाद में स्वयं काव्य पाठ किया।
कवि सम्मेलन में मुख्य रुप से राज्यसभा सदस्य अनिल अग्रवाल, पूर्व मेयर आशा शर्मा, शर्मा, पूर्व विधायक कृष्ण वीर सिरोही, वेद प्रकाश गर्ग, व विभूति संगल, जर्नी ऑफ सक्सेस के समाचार संपादक अशोक शर्मा, युग करवट के प्रधान संपादक सलामत मियां, मनस्वी वाणी के संपादक संदीप सिंघल, करंट क्राइम के समाचार संपादक दीपक भाटी, अशोक नागर, अशोक कुमार अग्रवाल, वीरेन्द्र कुमार अग्रवाल, अशोक चौधरी, अशोक शर्मा, इकबाल सिंह सोढी, डॉ. विष्णु सक्सेना, आंचल लव, मनु वशिष्ठ, सत्यकेतु सिंह आदि बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य लोग शामिल उपस्थित रहे।