नई दिल्ली, दिल्ली से कारों को चोरी करके उनके इंजन,चेसिस और नंबर प्लेट आदी बदलकर उसी कार की फर्जी आरसी बनाकर काफी सस्ते में बेचने वाले एक गैंग के तीन बदमाशों को रानी बाग पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से फर्जी नंबर प्लेट और फर्जी चेसिस नंबर वाली तीन चोरी की कारें बरामद की हैं। आरोपियों की पहचान अभिषेक सक्सैना उर्फ अंशुल उर्फ विक्रम,अनिल कौरा उर्फ सचिन और अजय शर्मा
के रूप में हुई है। पुलिस आरोपियों के पूरे नेटवर्क को पकडऩे की कोशिश कर रही है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीते वीरवार को रानी बाग पुलिस को एक शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने सचिन, विवेक और विक्रम से एक सैकेंड हैंड टाटा सफारी कार खरीदी थी। कार के कागजात भी उसके नाम पर हो गए थे। बाद में उन्हें पता चला कि कार का इंजन नंबर और चेसिस नंबर ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के रिकॉर्ड से मेल नहीं खाता है। जब कार के इंजन नंबर और चेसिस नंबर की जांच की गई। पता चला कि जिस कार में वह लगा हुआ था। वह पहले से ही चोरी थी। एसीपी रिछपाल सिंह की देखरेख में एसएचओ मुकेश कुमार के निर्देशन में एसआई सतीश कुमार, एएसआई देवेंद्र, हेड कांस्टेबल पवन,विजय कांस्टेबल अजय,सुनील और महेंदर को आरोपियों को पकडऩे का जिम्मा सौंपा गया। पुलिस टीम ने शिकायतकर्ता की सहायता से
आरोपी अभिषेक सक्सैना उर्फ अंशुल उर्फ विक्रम को गिरफ्तार किया। उसी ने शिकायतकर्ता को कार और फर्जी आरसी पहुंचाकर नकदी ली थी। उसकी निशानदेही पर अनिल कौरा उर्फ सचिन और अजय को उनके ठिकानों पर छापेमारी करके गिरफ्तार किया। पूछताछ करने पर पता चला कि गैंग दिल्ली में अलग-अलग जगहों से कार चोरी करता था। इसके बाद वे कारों का इंजन नंबर/चेसिस नंबर बदल देते हैं और चोरी की कार पर नकली इंजन नंबर/चेसिस नंबर अंकित कर देते हैं और कार की नकली आरसी तैयार कर लेते हैं। इसके बाद वे इन कारों को पीडि़तों को सेकंड हैंड में सबसे कम कीमत पर बेच देते थे और इस तरह बड़े पैमाने पर जनता को धोखा देते थे।