गंग नहर पटरी पर उड़ाई जा रही एनजीटी के आदेशों की जरिया सफाई के नाम पर कबाड़ में लगा दी जाती है आग।
नहीं हुई राजवाहै की सफाई किसानों में खासा रोस
मोदीनगर। संवाददाता
गंग नहर पटरी खतौली से लेकर मुरादनगर तक नवंबर महीने में ही पटरी पर उगे झाड़ झुंड में इसी महीने में हर साल कोई शरारती तत्व आग लगा देता है यह कहना है सिंचाई विभाग के अधिकारियों का।
गगनहर पटरी पर हर साल सफाई के नाम पर आग लगा दी जाती है वहीं किसान की पराली में अगर आग लगाई जाए तो उसे पर आर्थिक दंड लगाया जाता है और सेटेलाइट से वह देख ली जाती है। लेकिन नहर पटरी पर सफाई के नाम पर आग लगा दी जाती है इसकी जवाब दे किसी की नहीं बनती अधिकारीयों अगर बात की जाए तो फोन ही नहीं उठाते और उठाते भी हैं तो बस एक ही बात जुबां पर होती है हमारे संज्ञान में नहीं है जांच कराएंगे। एनजीटी के आदेशों की दाजिया उड़ाई जा रही है। पर अधिकारी है कि आंख बंद कर बैठे हुए हैं ना ही सफाई हुई और ना ही इसका कचरा से निजात दिलाई गई। नगर पंचायत निवाड़ी में तो रजवाहे की सफाई बीच में ही रोक दी गई। सूत्रों की माने तो सिंचाई विभाग के पास पैसा ना होने के कारण सफाई नहीं की गई। रजवाड़े में पानी छोड़ दिया गया है बिगर सफाई किए ही पानी का आना किसानों के लिए समस्या का शबाब बन रहा है अगर राजवाड़े की सफाई ही नहीं हुई तो वह टूटने लगेगा जिस बात को लेकर किसानों में खास रोस है। पहले ही बरसात के कारण किसानों का अच्छा खासा नुकसान हो चुका है अगर इस बार राजवाहै की पटरी अगर टूटती है तो किसान बिल्कुल टूट जाएगा।