Ghaziabad : मरीज का उपचार किए बिना लौटाया
- मरीज से अभद्र व्यवहार करके रेफर किया
- डॉ. बीपी त्यागी ने सीएमओ से की मामले की शिकायत
मनस्वी वाणी, संवाददाता
गाजियाबाद। जिला एमएमजी अस्पताल में तैनात ईएनटी सर्जन ने मरीज का उपचार और सीटी स्कैन जांच से इनकार करते हुए उसे एम्स रेफर कर दिया। मामले में सीएमओ से डॉक्टर के खिलाफ शिकायत की गई है।
शासन स्तर से दावा किया जाता है कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों को उचित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं, लेकिन गाजियाबाद के सरकारी अस्पतालों में तैनात डॉक्टर ही शासन के इस दावे की पोल खोल रहे हैं। सीनियर ईएनटी सर्जन डॉ. बीपी त्यागी के पास एक मरीज कान के उपचार के लिए पहुंची थी। रोशनी नाम की मरीज का एक कान सूज रहा है और काला पड़ गया है। गरीब होने के कारण रोशनी महंगा उपचार नहीं करवा सकती, इस पर डॉ. बीपी त्यागी उसका उपचार फ्री कर रहे हैं। यहां तक कि मरीज को दवाएं भी अपने पास से ही दे रहे हैं। डॉ. बीपी त्यागी ने रोशनी को कान का सीटी स्कैन करवाने के लिए एमएमजी अस्पताल भेजा था। रोशनी के अनुसार वह पर्चा बनवाकर एमएमजी अस्पताल में तैनात ईएनटी सर्जन डॉ. राकेश कुमार के पास गई और कान का सीटी स्कैन करवाने का अनुरोध किया। आरोप है कि डॉ. राकेश ने रोशनी के साथ न केवल अभद्र व्यवहार किया बल्कि डॉ. बीपी त्यागी का पर्चा देखकर उन्हें भी अपशब्द कहे। डॉ. राकेश ने रोशनी का सीटी स्कैन नहीं करवाया और न ही कोई दवा दी बल्कि उसे एम्स रेफर कर दिया। इस मामले में डॉ. बीपी त्यागी ने सीएमओ को पत्र लिखकर डॉ. राकेश की शिकायत की है और मरीज का उपचार नहीं करने को लेकर जांच करवाए जाने की मांग की है।