उत्तर प्रदेशलखनऊ

ड्रोन के जरिए सर्वे प्रक्रिया को पूर्ण करने पर योगी सरकार का फोकस

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने एरियल ड्रोन सर्वे की शुरू की तैयारी

कई चरणों में प्रक्रिया को दिया जाएगा अंजाम, पहले चरण में यीडा के 7 जोन में आने वाले गांवों का होगा ड्रोन एरियल सर्वे

6 महीने के अंदर सर्वे प्रक्रिया को किया जाएगा पूर्ण, एजेंसियों की नियुक्ति व कार्यावंटन की प्रक्रिया हुई शुरू

लखनऊ, उत्तर प्रदेश का ग्रेटर नोएडा क्षेत्र लगातार भारत व वैश्विक पटल पर सुर्खियां बटोर रहा है। यहां जेवर एयरपोर्ट समेत तमाम परियोजनाओं को पूर्ण करने के लिए तेज गति से कार्य चल रहा है। ऐसे में, सीएम योगी की मंशा के अनुरूप ग्रेटर नोएडा के तमाम क्षेत्रों में वृहद एरियल ड्रोन सर्वे की तैयारी कर ली है। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी की अध्यक्षता में ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के विकास का रोडमैप तैयार किया गया था और इसी के एक प्रमुख चरण के तौर पर ड्रोन सर्वे की प्रक्रिया को शुरू करने की तैयारी हो गई है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए कुल 7 जोन्स का चिन्हांकन किया है जिनमें आने वाले विभिन्न गांवों का एरियल सर्वे करने की तैयारी है। उल्लेखनीय है कि कई चरणों में इस प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा तथा पहले चरण में मुख्यतः 15 गांवों में ड्रोन सर्वे को अंजाम दिया जाएगा। वहीं, ड्रोन सर्वे की इस सारी प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए 6 महीने की समयसीमा निर्धारित की गई है। इस क्रम में ई-बिडिंग प्रक्रिया के जरिए कॉन्ट्रैक्टर एजेंसी का निर्धारण किया जाएगा तथा कार्यों की पूर्ति के लिए बाकायदा जनशक्ति आबद्ध की जाएगी।

ड्रोन सर्वे के जरिए मैपिंग व चिह्नांकन की प्रक्रिया में मिलेगी मदद
इस ड्रोन सर्वे के जरिए यीडा के अंतर्गत आने वाले जोन 5 व 6, जोन 7, जोन 9, जोन 3 जोन 8 व जोन 4 के गांवों में ड्रोन सर्वे को अंजाम देने की तैयारी की जा रही है। उल्लेखनीय है कि यह ड्रोन सर्वे कई मामलों में विशिष्ट होगा और इसके जरिए गांवों की अवसंरचना व भौगोलिक परिस्थितियों की मैपिंग तथा चिह्नांकन की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाएगा। इस कार्य का निरीक्षण यीडा के सीइओ द्वारा स्वयं किया जाएगा। सर्वे को पूर्ण करने के लिए जिन कॉन्ट्रैक्टर एजेंसियों को कार्य आवंटित किया जाएगा, उन्हें निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति के जनशक्ति आबद्ध करने का भी अधिकार होगा। सर्वे को पूर्ण करने के लिए एजेंसी द्वारा कैंप्स का गठन किया जाएगा तथा आवश्यकता अनुसार इंजीनियर्स व टेक्निकल स्टाफ को भी आबद्ध किया जाएगा।

सेक्टर 18 में वॉटर सप्लाई व सेक्टर 29 में अंडरग्राउंड रिजरवॉयर बनाने की तैयारी
यीडा द्वारा सर्वे प्रक्रिया को अंजाम देने के साथ ही कई अन्य विकास परियोजनाओं पर भी कार्य चल रहा है। इनमें सेक्टर 18 में पॉकेट 6डी में रोड ड्रेन, सीवर व वॉटर सप्लाई प्रक्रिया को पूर्ण करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं, सेक्टर 29 में कई स्थानों पर अंडरग्राउंड वॉटर रिजरवॉयर बनाने की भी तैयारी है। इसके अतिरिक्त, धोरऊ में गौशाला में भूसा व खल-चोकर स्टोर करने के लिए अतिरिक्त शेड व कनेक्टिंग रोड के निर्माण की प्रक्रिया पर भी काम चल रहा है। यीडा रीजन में फिनटेक हब बनाने के लिए एक वृहद डीटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी कंपाइल की जाएगी जिसको पूर्ण करने के लिए कंसल्टेंट्स को आबद्ध किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

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