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गुड़गांव मर्डर: प्रिंसिपल सस्पेंड, केंद्र ने CBSE स्कूलों से सिक्युरिटी रिपोर्ट मंगाई

गुड़गांव. यहां रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के बच्चे के मर्डर के बाद प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, स्कूल की सिक्युरिटी संभालने वाली एजेंसी पर भी कार्रवाई की गई है। इस बीच पेरेंट्स ने स्कूल पहुंचकर काफी हंगामा किया। एचआरडी मिनिस्टर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सीबीएसई के सभी स्कूलों से सिक्युरिटी को लेकर रिपोर्ट मंगाई है। उधर, इस केस के आरोपी कंडक्टर अशोक कुमार को 3 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।बता दें कि भोंडसी स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल के बाथरूम में बच्चे की हत्या लगभग 8 बजे हुई, लेकिन स्कूल मैनेजमेंट ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और वारदात के 3 घंटे बाद तक क्लासेस जारी रखीं थीं। हालांकि बाथरूम को बंद कर दिया गया था।
– एचआरडी मिनिस्टर प्रकाश जावड़ेकर, ”गुड़गांव के स्कूल में जो हत्या हुई, दुर्भाग्यपूर्ण है। ये सभी पेरेंट्स और स्कूलों को सोचने पर मजबूर करती है। पुलिस जांच कर रही है, कुछ आरोपी पकड़ लिए गए हैं। हमने सभी सीबीएसई स्कूलों से सिक्युरिटी को लेकर रिपोर्ट मंगाई है।”
– सोहना की बार एसोसिएशन ने फैसला किया है कि आरोपी की तरफ से कोई वकील केस नहीं लड़ेगा। इस बारे में शनिवार को एक रिजोल्यूशन पास किया गया।
– सुबह 7.55 बजे श्याम कुंज निवासी वरुण ठाकुर अपने बेटे (7) और बेटी विधि (10) को बाइक से स्कूल गेट पर छोड़कर घर लौट गए।
– 8.10 बजे उन्हें मैनेजमेंट ने फोन पर बताया कि बच्चे को ब्लीडिंग हो रही है और उसे अस्पताल ले जाया जा रहा है, आप तुरंत पहुंचें।
– इसके बाद वरुण अपने पड़ोसियों संजय जैना, संजय कुमार, अजीत दुबे को बताकर हॉस्पिटल दौड़ गए। वरुण जब श्याम कुंज से बादशाहपुर के लिए चले तो समझ नहीं आया कि आखिर किस अस्पताल जाएं। उनहोंने दोबारा स्कूल के लैंडलाइन नंबर पर कॉल किया, लेकिन नंबर नहीं उठा। ऐसे में वो पहले स्कूल पहुंचे।
– 8.30 बजे स्कूल पहुंचने उसे बताया गया कि बच्चे को आर्टिमिस अस्पताल ले जाया गया है। करीब 9 बजे मेडिसिटी अस्पताल पहुंचने पर वरुण को बताया गया कि बच्चे की मौत हो चुकी है। सुबह 9 बजे ही स्कूल मैनेजमेंट की ओर से सूचना भोंडसी थाने में दी गई।
– 9.30 बजे भोंडसी थाना प्रभारी नरेंद्र मौके पर पहुंचे। इसके बाद 10.30 एसीपी सोहना रेयान स्कूल पहुंचे। 11 बजे फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
– 11.15 बजे बढ़ती पुलिस एक्टिविटी को देखते हुए स्कूल ने स्टूडेंट्स की छुट्टी कर दी। बच्चे काफी सहमे हुए थे, उन्हें एक-एक कर क्लास के बाहर निकाला।
– 11.30 बजे स्कूल का मेन गेट बंद था और कुछ लोग स्कूल के अंदर घुसने लगे। उन्होंने बताया कि वे बच्चों को लेने आए हैं, लेकिन पुलिस ने पेरेंट्स को अंदर आने से मना कर दिया। परिजन ने जबरन गेट खुलवाया और अंदर घुस गए।
– लोगों ने एएसआई को भी धमकाया और बात धक्का-मुक्की तक पहुंच गई। उन्हें पुलिस के अधिकारियों ने शांत कराया।
– 11.50 बजे फोरेंसिक टीम जांच कर रही थी, उसी दौरान डीसीपी सिमरदीप सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्कूल के सीसीटीवी कैमरे देखे और पाया कि बाथरूम के सामने वाली गैलरी में कोई कैमरा नहीं है, जबकि बाहर की तरफ लगा सीसीटीवी कैमरा बंद पाया।
– बच्चे की श्यामकुंज कॉलोनी में रहने वाले संजय जैना, संजय कुमार अजीत दुबे ने कहा कि कुछ ही मिनट में बच्चे की हत्या कर दी गई और स्कूल प्रबंधन कोई जिम्मेदारी नहीं ले रहा।
– अजीत ने कहा कि बच्चे की हत्या बाथरूम में की गई, जहां सीसीटीवी नहीं हैं। इसके अलावा बाथरूम के सामने वाली गली में सीसीटीवी नहीं हैं, आरोपी ने जानबूझकर हत्या के लिए इस जगह को चुना।
– वहीं संजय जैना का कहना है कि उनके बच्चे दूसरे स्कूल में पढ़ते हैं, लेकिन इस तरह की घटना के बाद वे भी सहमे हैं। वरुण की किसी से दुश्मनी नहीं थी और स्कूल में इतनी बेदर्दी से बच्चे की हत्या करना, समझ से परे है। स्कूल में बार-बार घटनाएं हो रही हैं, लेकिन अब अपने बच्चों को इस स्कूल से निकालना बेहतर होगा। अजीत की बेटी 12वीं क्लास में पढ़ती है और वह चाहता है कि किसी दूसरे स्कूल में उसका एडमिशन कराए।
क्या है मामला?
– रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के बच्चे का शुक्रवार को मर्डर हो गया था।
– गुड़गांव के डीसीपी ने बताया, ” स्कूल बस के कंडक्टर ने बच्चे के साथ सेक्शुअल अब्यूज की कोशिश की। जब बच्चे ने चिल्लाने की कोशिश की तो कंडक्टर ने उसका मर्डर कर दिया।” बस कंडक्टर का नाम अशोक कुमार है। उसे अरेस्ट कर लिया गया है। बता दें कि शुक्रवार सुबह बच्चे की बॉडी स्कूल के टॉयलेट में मिली थी। बच्चे का गला धारदार हथियार से रेता गया था। उसका एक कान भी पूरी तरह कट गया। बच्चा दूसरी क्लास में पढ़ता था।
– डीसीपी सिमरदीप सिंह के मुताबिक, “कंडक्टर अपनी जेब में चाकू लिए हुए था। वह वारदात की नीयत से ही बच्चों के टॉयलेट में घुसा था। आरोपी ने पूछताछ में खुद इस बात को माना है। वो स्कूल में पिछले 6-8 महीनों से काम कर रहा था।”

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